अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बांदा। चौथे चरण में बुधवार को सुबह मतदान शुरू होते ही नरैनी (सुरक्षित) विधान सभा क्षेत्र की मुगौरा ग्राम पंचायत के मजरा दशरथ का पुरवा के नाराज ग्रामीणों ने गौशाला संचालन ठप होने पर मतदान का बहिष्कार कर दिया। मतदान बहिष्कार की सूचना मिलते ही अधिकारी गांव पहुंच गए। उन्होंने लोगों को काफी समझाया फिर लगभग सात घंटे बाद जाकर मतदान शुरू हो सका।
दरअसल, ग्रामीणों ने स्थाई गौशाला निर्माण को लेकर पहले ही मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया था। बुधवार को जब मतदान शुरू हुआ तो गांव से लोग मतदान के लिए नहीं निकले। इसकी सूचना मिलते ही पीठासीन एवं अन्य अधिकारियों में खलबली मच गई। एसडीएम रावेंद्र सिंह भारी फोर्स के साथ भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों को मतदान का महत्व समझाते हुए मतदान की अपील की।
ग्रामीणों ने प्रधान पर गौशाला संचालन न कराने के आरोप लगाते हुए मतदान से दोटूक इनकार कर दिया। कहा कि गौशाला न होने से अन्ना मवेशी उनकी फसलों को सफाचट कर रहे हैं। इसके पूर्व ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से अधिकारियों और ग्राम प्रधान को अर्जी देकर मतदान बहिष्कार की चेतावनी दी थी। लेकिन प्रशासन और प्रधान ने उनकी शिकायत को तवज्जो नहीं दी।
खबर पाकर कुछ देर बाद सीडीओ वेद प्रकाश मौर्या गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण मतदान को तैयार नहीं हुए। सीडीओ ने भरोसा दिलाया कि ग्राम प्रधान का खाता सीज कराया जाएगा। लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर वोट डालने को तैयार नहीं हुए। प्रशासन ने थोड़ा सख्ती बरती तो ग्रामीण और भी आक्रोशित हो गए।
बाद में ग्रामीणों ने सामूहिक हस्ताक्षर युक्त मंडलायुक्त को संबोधित ज्ञापन सीडीओ को सौंपा। साथ ही समस्या निदान कराने की मांग की। सीडीओ ने तत्काल अस्थाई गौशाला निर्माण कराने व चुनाव के बाद स्थाई गौशाला बनाने का ग्रामीणों को भरोसा दिलाया। सीडीओ के आश्वासन पर लगभग सात घंटे बाद ग्रामीण मतदान के लिए तैयार हुए।
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